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एनसीसी स्थापना दिवस पर मंडी में रक्तदान शिविर, 50 कैडेटों ने दिखाया उत्साह

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NCC Raising Day Blood Donation Camp: एनसीसी एयर विंग और आर्मी विंग ने रविवार को एनसीसी स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में मंडी क्षेत्रीय अस्पताल में एक रक्तदान शिविर का आयोजन किया। इस शिविर का नेतृत्व हिमाचल प्रदेश एयर स्क्वाड्रन एनसीसी कल्लू के कमांडिंग ऑफिसर विंग कमांडर कुणाल शर्मा के निर्देश पर किया गया। शिविर में 50 से अधिक एनसीसी कैडेटों ने भाग लिया।

रक्तदान शिविर का शुभारंभ एनसीसी वायु सेना विंग मंडी के फ्लाइट कमांडर और एसोसिएट एनसीसी अधिकारी फ्लाइंग ऑफिसर डॉ. चमन ने किया। इस अवसर पर डॉ. चमन ने 21वीं बार रक्तदान करते हुए समाज और मानवता के प्रति अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया। उन्होंने रक्तदान को “महादान” बताते हुए इसे प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य करार दिया।

फ्लाइंग ऑफिसर डॉ. चमन ने कहा कि रक्तदान से न केवल जरूरतमंद मरीजों की जान बचाई जा सकती है, बल्कि यह रक्तदाता के स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है। उन्होंने रक्तदान के माध्यम से हृदय रोग और अन्य बीमारियों के जोखिम को कम करने और समाज में एकता, भाईचारे और मानवता के मूल्यों को बढ़ावा देने की अपील की।

शिविर में एनसीसी के कैडेटों ने सक्रिय भागीदारी की, जिनमें कैडेट मृदुल, समृद्धि शर्मा, सूर्यांश ठाकुर, मनदीप सिंह, नीतीश कुमार, रंजना कुमारी, सीपीएल गणेश भारद्वाज, और वारंट ऑफिसर अंकुश शर्मा ने एयर विंग से तथा कैडेट आरती ठाकुर, नेहा चौधरी, और प्रीति ने आर्मी विंग गर्ल्स से योगदान दिया।

शिविर का आयोजन डॉ. दुष्यंत ठाकुर और उनकी टीम के नेतृत्व में किया गया, जो नेताजी सुभाष चंद्र बोस क्षेत्रीय अस्पताल, मंडी से संबंधित थे। इस दौरान हिमाचल प्रदेश एयर स्क्वाड्रन एनसीसी कल्लू के कमांडिंग ऑफिसर विंग कमांडर कुणाल शर्मा और वल्लभ राजकीय महाविद्यालय मंडी की प्राचार्या प्रो. सुरीना शर्मा ने भी शुभकामनाएं प्रेषित कीं।

एनसीसी का उद्देश्य:
एनसीसी स्थापना दिवस हर वर्ष नवंबर के चौथे रविवार को मनाया जाता है। इस दिन कैडेट्स विभिन्न गतिविधियों में भाग लेकर देशभक्ति और राष्ट्रीय एकता की भावना का विकास करते हैं। फ्लाइंग ऑफिसर डॉ. चमन ने कहा कि एनसीसी युवाओं में अनुशासन, नेतृत्व, और राष्ट्र सेवा के गुणों को विकसित करने का माध्यम है।

समाज सेवा में एनसीसी की भूमिका:
रक्तदान शिविर जैसे आयोजन, समाज को जागरूक और जिम्मेदार बनाते हैं। प्राकृतिक आपदाओं, युद्ध, और महामारी के समय रक्तदान जीवन रक्षक साबित होता है। इसके अतिरिक्त, शिविर समाज में स्वास्थ्य के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करने और युवाओं को समाज सेवा की ओर प्रेरित करने का कार्य करते हैं।